रीवा संभाग में हाई स्कूल स्तर पर अध्ययनरत विद्यार्थियों के सामाजिक व्यवहार का उनकी शैक्षणिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन
मनीष कुमार त्रिपाठी, डाॅं0 जय सिंह
किसी भी राष्ट्र की शिक्षा को वहाँ की सांस्कृति के परिपेक्ष्य में ही समझा जा सकता है। शिक्षा की प्रक्रिया में शिक्षक एक महत्वपूर्ण नहीं होता है तथा वही हमारी संस्कृति के सुविचार का संरक्षक होता है। अध्यापक ही विद्यालय तथा शिक्षण प्रक्रिया की वास्तविक रूप से गत्यात्मक या गतिशील शक्ति है। डाॅं0 सर्वपल्ली राधाकृश्णनन ने कहा है कि - "समाज में अध्यापक का स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण है। वह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को बौद्धिक एवं तकनीकी कुशलताओं का हस्तान्तरण करने का केन्द्र है और सभ्यता कें प्रकाश को प्रज्वलित रखनें में सहायता देता है।" इस शोध पत्र के माध्यम से विद्यार्थियों के सामाजिक व्यवहार का उनकी शैक्षणिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव की वर्तमान स्थिति तथा उनमे आने वाली कठिनाइयों का आंकलन किया गया है। शोध क्षेत्र में 72.12 प्रतिशत उत्तरदाता यह मानते है कि हाई स्कूल स्तर पर विद्यार्थियों के सामाजिक व्यवहार का उनके शैक्षणिक उपलब्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
मनीष कुमार त्रिपाठी, डाॅं0 जय सिंह. रीवा संभाग में हाई स्कूल स्तर पर अध्ययनरत विद्यार्थियों के सामाजिक व्यवहार का उनकी शैक्षणिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन. International Journal of Advanced Educational Research, Volume 1, Issue 5, 2016, Pages 48-50